डॉ. अंबेडकर राष्ट्रीय युवा संघ ने दिया ज्ञापन, संविधान निर्माता और न्यायपालिका के अपमान पर की कड़ी निंदा
संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर और देश के न्याय मूर्ति का अपमान लोकतंत्र की आत्मा पर हमला है: उसैद हसन सिद्दीकी एडवोकेट
डॉ. अंबेडकर राष्ट्रीय युवा संघ ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर एवं माननीय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति के अपमान से संबंधित हालिया विवादित टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कलेक्टर सिंगरौली के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
संघ के संभागीय अध्यक्ष अधिवक्ता उसैद हसन सिद्दीकी ने ज्ञापन में उल्लेख किया कि ग्वालियर हाईकोर्ट के अधिवक्ता अनिल मिश्रा द्वारा डॉ. अंबेडकर के प्रति कथित रूप से की गई आपत्तिजनक टिप्पणी न केवल संविधान निर्माता का अपमान है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों पर भी प्रहार है। साथ ही, एक अन्य अधिवक्ता राकेश किशोर द्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पर कथित रूप से असंवेदनशील टिप्पणी एवं अमर्यादित आचरण को भी अत्यंत निंदनीय बताया गया।
अधिवक्ता सिद्दीकी ने कहा कि “संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर और देश के न्यायमूर्तियों का अपमान, लोकतंत्र की आत्मा पर हमला है। ऐसे कृत्यों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई व्यक्ति इस प्रकार का अपराध करने का दुस्साहस न कर सके।”
ज्ञापन के माध्यम से संघ ने अनुरोध किया कि संविधान और न्यायपालिका की गरिमा बनाए रखने हेतु संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जाए
उक्त अवसर पर अखिल भारतीय ओबीसी महासभा के जिला अध्यक्ष सुदामा प्रसाद कुशवाहा, पार्षद अनिल वैश्य, पार्षद रामगोपाल पाल, पूर्व पार्षद पी एन शाह, गंगा प्रसाद शाह एडवोकेट,विद्यापति शाह एडवोकेट,सुदामा प्रसाद साकेत एडवोकेट, सुरेंद्र प्रसाद वर्मा एडवोकेट, वंश बहादुर वर्मा, रामबाबू वैश्य, गोमती प्रसाद कुशवाहा, लालजी वर्मा, शिवनारायण कुशवाहा, वंशमणी साकेत, संजय सोनी, प्रहलाद शाह ,बलराम शाह, विकाश वैश्य,अशोक कुशवाहा, राजू शाह ,रामकृष्ण कुशवाहा, सुषमा चंद्रवंशी, मुकेश शर्मा,श्रीनाथ सोनी कई लोग उपस्थित रहे।
