
सिंगरौली। जिले के सरई क्षेत्र के दहजुड़ में रक्षाबंधन के दिन कजलियां पर्व का आयोजन हुआ, जिसमें ऊपर पहाड़ पर चढ़कर भगवान शिव का मंदिर है, जहां पूजा-अर्चना, गीत, संगीत करते हैं और पहाड़ के नीचे किनारे पर एक विशाल मेले का आयोजन किया गया। यह मेला आदिवासी परंपरा के अनुसार हर वर्ष आयोजित किया जाता है। कजलियां या भुजरिया पर्व सावन के महीने में मिट्टी में गेहूं या जौ बोए जाते हैं और रक्षाबंधन के बाद इन्हें एक-दूसरे को देकर शुभकामनाएं दी जाती हैं।
यह पर्व प्रकृति प्रेम और सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव है, जिसमें लोग आपसी भाईचारे और सद्भावना के प्रतीक के रूप में इसे मनाते हैं। इस वर्ष भी दहजुड़ में मेले का आयोजन हुआ। जिसमें आसपास के क्षेत्र के तमाम गांव जैसे दहजुड़, गोड़बहरा, गन्नई, पुरैल, मटीया, महरैल, बरका, धौहनी, साजापानी, लोहारा डोल, सर्राटोला, घोघरा, नौढ़िया सहित अन्य लोग एकत्रित हुए और बारिश के दौरान भी मेले का आनंद उठाया। रक्षाबंधन के दिन दोपहर से मेले का आयोजन होता है।