दिन-रात मेहनत कर रहे हैं ताकि मिलने वाले मानदेय से परिवार का पालन पोषण किया जा सके। पिछले तीन माह से नहीं मानदेय जिला कलेक्टर से लगाई गुहार
सादिका पवित्र – मध्यप्रदेश डेस्क
संवाद सूत्र – विकास दूबे
सिंगरौली :- ट्रामा सेंटर में आउटसोर्सिंग के जरिये पदस्थ वार्ड ब्वाय, गार्ड व सफाईकर्मी महिलाओं को तीन माह से मानदेय नहीं मिला है। जिससे उनके समक्ष आर्थिक परेशानी खड़ी हो गई है। अपनी समस्या को कलेक्टर से बताने के लिए शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे इन कर्मचारियों को उस समय निराशा हुई, जब उन्हें पता चला कि कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री के कार्यक्रम में गये हैं।
निराश, हताश कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी ब्लैक लिस्टेड हो गई है। इसके बावजूद उसे आउटसोर्स का काम दे दिया गया है। मप्र सरकार का उपक्रम शेडमैप कंपनी अपना कार्य पेटी कांटेक्ट पर सुरभि सिक्योरिटी को दे दिया है। हम लोग दिन-रात मेहनत कर रहे हैं ताकि मिलने वाले मानदेय से परिवार का पालन पोषण किया जा सके। लेकिन कंपनी ने 105 आउटसोर्स कर्मचारियों को मानदेय पिछले तीन माह से नहीं दिया है। जिसमें वार्ड ब्वाय, गार्ड व महिला सफाई कर्मी शामिल है। यही नहीं पीएफ भी नहीं काटा जा रहा है। जबकि पीएफ काटना हर हाल में अनिवार्य है। उधर हम मजबूरों के शोषण पर कलेक्टर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं और न ही श्रम विभाग ही कार्रवाई कर रहा है। हम लोग आज कलेक्टर से पूरी हकीकत बताने के लिए आये थे लेकिन वह यहां नहीं हैं। हम लोग कलेक्टर से गुहार लगाने वाले थे कि हम लोगों का मानदेय दिलाने के साथ कंपनी के विरूद्ध कार्रवाई की जाए और हमारा पीएफ कटवाना भी अनिवार्य किया जाए।
आज कलेक्टर कार्यालय सिंगरौली में, देवसर विधायक राजेंद्र मेश्राम ने कार्यरत बहनों की समस्या सुनकर उसका त्वरित निराकरण करने का आदेश दिया।