मध्य प्रदेश सिंगरौली विकास दुबे
प्रत्येक व्यक्ति की समग्र ई-केवाईसी करना अनिवार्य किया गया है। इसके लिए शासन द्वारा अभियान चलाकर ई-केवाईसी की जा रही है, लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी जिले में ई-केवाईसी के काम में तेजी नहीं आ रही है। यही वजह है कि एक बार फिर से शासन को ई-केवाईसी करने के लिए तिथि बढ़ानी पड़ गई है। अब 30 जून तक ई-केवाईसी होगी। जिले में सबसे मंद गति से ई-केवाईसी का काम नगर निगम और चितरंगी ब्लॉक में चल रहा है। जिससे पूरे जिले की रैंकिंग प्रभावित हो रही है। नगर निगम क्षेत्र में 4,43,123 लोगों की ई केवाईसी होनी है। इस लक्ष्य के मुकाबले अब भी 3,11,167 लोगों की ई केवाईसी होनी शेष है। नगर निगम के अधिकारियों को प्रतिदिन 4463 लोगों की ई केवाईसी करने का टारगेट जिला प्रशासन द्वारा दिया गया है लेकिन निगम के अधिकारियों की लापरवाही के चलते यह टारगेट तक पूरा नहीं किया जा रहा है। यही हाल चितरंगी ब्लॉक का भी है।
जिले में 18,09825 लोगों की ई केवाईसी करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इस लक्ष्य के मुकाबले अभी भी 8,76,886 लोगों की ई केवाईसी होना शेष है। बार बार तिथि बढ़ाने के बाद भी ई केवाईसी का लक्ष्य पूरा न होने पर एक बार फिर से डेट बढ़ाकर 30 जून कर दी गई है। जिले में यह काम इतनी मंद गति से चल रहा है कि आधे लोगों की ई-केवाईसी नहीं हो पाई है। हालांकि ई-केवाईसी कराने के लिए अभी भी एक माह का समय शेष बचा हुआ है। बचे हुए समय में तेजी से काम किया गया तभी लक्ष्य पूरा हो पायेगा।
कोई भी व्यक्ति सरकारी योजना जैसे निःशुल्क राशन, आयुष्मान कार्ड, लाडली बहना, पीएम किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री आवास जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहा है या लेना चाहता है उसे ई-केवाईसी कराना अनिवार्य है। बगैर समग्र से ई-केवाईसी के योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा। लिहाजा पब्लिक की भी जिम्मेदारी बतनी है कि जिनका अभी तक समग्र से ई केवाईसी नहीं हुआ है वे अपने क्षेत्र के सचिव, रोजगार सहायक, वार्ड प्रभारी से संपर्क कर ई केवाईसी करा लें।
जिले के कुछ जगहों पर इंटरनेट का नेटवर्क नहीं मिलता है जिससे ई-केवाईसी करने में सरकारी अमले को परेशानी हो रही है। चितरंगी, देवसर और सरई क्षेत्र के कई ऐसे गांव हैं जहां पर आज भी नेटवर्क नहीं मिलता है। कुछ सचिव, रोजगार सहायक घर-घर जाकर ई-केवाईसी कर रहे हैं उसके बाद भी लक्ष्य पूरा नहीं हो रहा है। वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो खाने कमाने के लिए जिले से बाहर चले गये हैं, जिससे उनकी ई-केवाईसी नहीं हो पा रही है।
