नाउ टोला के ग्रामीणों ने एनसीएल जीएम ऑफिस खड़िया का गेट बंद कर जताया विरोध
बारिश ने फिर बढ़ाई मुसीबत, पानी और ओबी के मलबे से घिरे ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
सोनभद्र जिले के शक्तिनगर थाना क्षेत्र के खड़िया ग्राम पंचायत अंतर्गत नाउ टोला बस्ती में सोमवार शाम हुई तेज बारिश ने एक बार फिर तबाही मचा दी। बारिश का पानी और ओबी का मलबा गांव में घुस गया, जिससे घरों में कीचड़ भर गया और कई लोगों के सामान बह गए, साथ तीन घर क्षतिग्रस्त हो गए । नाराज ग्रामीणों ने एनसीएल खड़िया परियोजना के जीएम ऑफिस का गेट बंद कर विरोध प्रदर्शन किया।
हर बार वही कहानी” — ग्रामीण बोले एनसीएल की लापरवाही से बस्ती बन गई मौत का कुआं। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले चार वर्षों से हर बारिश के मौसम में यही स्थिति बनती है, लेकिन एनसीएल प्रबंधन व प्रशासन की ओर से न कोई स्थायी समाधान निकाला गया, न राहत कार्य समय पर हुआ। ग्रामीणों ने कहा — “हर बार अधिकारी आते हैं, फोटो खिंचवाकर चले जाते हैं। हमारी समस्या जस की तस बनी रहती है।”
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर सवाल — “क्या जान जाने के बाद होगी सुनवाई?” नाउ टोला बस्ती के लोग लगातार अपनी सुरक्षा और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं। बावजूद इसके, स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही समाधान नहीं हुआ, तो वे एनसीएल खड़िया परियोजना के खिलाफ बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे।
बारिश थम गई, लेकिन नाउ टोला के आंसू अब भी बह रहे हैं। सवाल वही है — क्या इस बार भी सिर्फ आश्वासन मिलेगा या सच में सुनवाई होगी? ग्रामीण मुख्य गेट पर सड़क पर बैठकर उम्मीद लगाए बैठे हैं की कोई उनकी आवाज सुनेगा और समस्या का निस्तारण करेगा लेकिन एसी कमरों में बैठे अधिकारी ग्रामीणों की धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं । आने वाले समय में ठोस निर्णय नहीं लिया जाएगा तो निकट भविष्य में ग्रामीणों और एनसीएल प्रबंधन के बीच टकराव की संभावना बढ़ेगी और क्षेत्र में लॉ एंड ऑर्डर प्रभावित हो सकता है ।
खबर लिखे जाने तक ग्रामीण विरोध प्रदर्शन पे बैठे रहे और एनसीएल खड़िया प्रबंधन की ओर से कोई वार्ता की पहल नहीं दिखी और ना ही कोई पुलिस अधिकारी मौके पर नजर आए ।
