
कृषि उपज मंडी परिसर में कीचड़ और गंदगी में दुकान लगाने को मजबूर व्यापारी
सिंगरौली। कृषि उपज मंडी परिसर में कीचड़ और गंदगी के बीच सब्जी व्यापारी दुकान लगाने को मजबूर हैं। जब भी बरसात होती है, मंडी परिसर में बरसात का गंदा पानी जमा हो जाता है। पानी निकासी और साफ-सफाई की व्यवस्था न होने से मंडी परिसर में चारों तरफ गंदगी बजबजाती रहती है। सब्जी की फुटकर और थोक दुकान लगाने वालों से बाकायदा टैक्स लिया जाता है लेकिन सुविधाएं देने के नाम पर कुछ नहीं। मंडी परिसर की अव्यवस्थाओं से मंडी के दुकानदार ही नहीं परेशान हैं, वहां पर सब्जी की खरीदी करने आने वाले लोग भी हलाकान हैं। कृषि उपज मंडी में गंदगी और कीचड़ होने से लोग खरीदारी करने के लिए भी नहीं जाते हैं, जिससे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
महापौर के आदेश के बाद भी नहीं होती साफ सफाई
मंडी में गंदगी हटाने व अव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने कुछ दिन पहले महापौर रानी अग्रवाल ने मुआयना किया था। महापौर ने मंडी परिसर में नियमित साफ-सफाई करवाने के निर्देश नगर निगम के अधिकारियों को दी थी। महापौर के निर्देश के बाद कुछ दिनों तक तो साफ-सफाई हुई लेकिन अब फिर से पहले जैसे हालात हो गये हैं। सफाई के नाम पर जगह-जगह कचरे का अंबार लगा रहता है। नालियां चोक, नहीं निकल पाता पानी मंडी परिसर में बनी नालियां चोक होने से बरसात का गंदा पानी नहीं निकल पाता है। व्यापारियों के बैठने के लिए जो शेड लगाया गया है, उस शेड की शीट टूटी है, जिससे बरसात होने पर पानी टपकता है। सब्जी व्यापारी मंडी परिसर में सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कई बार मांग कर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार विभागों द्वारा आज तक मंडी परिसर में सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयास नहीं किया गया है।
दुर्गंध से लोग परेशान
मंडी परिसर में कुछ व्यापारी सड़ी-गली सब्जियां फेंक देते हैं। सड़ी गली सब्जियों का उठाव न होने से इतनी दुर्गंध परिसर में रहती है कि लोगों को खड़ा होना तक मुश्किल हो जाता है। दुर्गंध और गंदगी का ही नतीजा सतीजा है कि सब्जी व्यापारी मंडी में दुकान न लगाकर मुख्य रोड के फुटपाथ पर दुकानें लगाने को मजबूर हैं। फुटपाथ पर दुकानें लगाये जाने से मॉडल रोड पर जाम के हालात बनते हैं। जिसका खामियाजा वाहन चालकों को उठाना पड़ता है।