
कलिंगा कम्पनी पर बवाल, कॉलोनीवासियों का गेट बंद कर किया प्रदर्शन
खड़िया परियोजना में अधिकारियों के आवास में वर्करों की अनाधिकृत एंट्री, दारूखोरी और अभद्रता के आरोप
शक्तिनगर (सोनभद्र)। एनसीएल खड़िया परियोजना के आई.डब्ल्यू.एस.एस. कॉलोनी में शनिवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब कलिंगा कॉर्पोरेशन कम्पनी के वर्करों को अधिकारियों के लिए निर्धारित जी-आवास में रहने की अनुमति देने पर कई श्रमिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। आक्रोशित संगठनों ने आई.डब्ल्यू.एस.एस. का गेट बंद कर दिया और प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
अधिकारियों के आवास में प्राइवेट वर्करों की एंट्री
सूत्रों के अनुसार, खड़िया परियोजना में ओवी वार्डन हटाने का कार्य कर रही कलिंगा कम्पनी के वर्करों को पिछले दो महीनों से अधिकारियों के लिए निर्धारित जी-आवास में रहने के लिए दिया गया था। इसको लेकर कोयला श्रमिक सभा (हिंदू मजदूर सभा), कोलियरी मजदूर सभा (एटक) और अन्य संगठनों ने पहले ही परियोजना प्रबंधन को अवगत कराते हुए विरोध दर्ज कराया था। प्रबंधन ने 15 दिनों के भीतर आवास खाली कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने से नाराजगी बढ़ गई।
दारूखोरी और अभद्र भाषा का आरोप
कॉलोनीवासियों का आरोप है कि कलिंगा कम्पनी के कुछ वर्कर मंदिर परिसर में बैठकर शराब पीते हैं और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। वहीं, श्रमिक संगठनों ने आरोप लगाया कि हाल ही में एक वर्कर द्वारा कॉलोनी की एक लड़की से अभद्रता की गई, जिससे लोगों में भारी आक्रोश फैल गया।
प्रबंधन ने कराया रूम खाली, काम फिर से शुरू
आक्रोशित श्रमिक संगठनों ने शनिवार को आई.डब्ल्यू.एस.एस. का गेट बंद कर प्रबंधन पर दबाव बनाया कि जब तक कलिंगा कम्पनी के वर्करों से आवास खाली नहीं कराए जाते, तब तक काम ठप रहेगा। The हालांकि, प्रबंधन ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए कलिंगा कम्पनी के वर्करों को दिए गए रूम खाली कराए। इसके बाद आई.डब्ल्यू.एस.एस. का काम पुनः सुचारू रूप से शुरू हो गया।
कलिंगा के एचआर अधिकारी चुप्पी साधे
इस संबंध में जब कलिंगा कम्पनी के एचआर अधिकारी अभिनव गोस्वामी से प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और शक्तिनगर थाना प्रभारी कुमुद शेखर सिंह से बात करने की सलाह दी। घटनाक्रम के बाद से ही कॉलोनीवासियों और संगठनों में प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी बनी हुई है।
जांच की मांग तेज
श्रमिक संगठनों और कॉलोनीवासियों ने एनसीएल प्रबंधन से मांग की है कि अधिकारियों के आवास में प्राइवेट कम्पनी के वर्करों को आवंटन, दारूखोरी, अभद्र भाषा और लड़की के साथ अभद्रता जैसे मामलों की निष्पक्ष जांच कर जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाए। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि शक्तिनगर थाना और एनसीएल खड़िया प्रबंधन इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।